ब्लॉक प्रमुख सरिता देवी की अध्यक्षता में शुक्रवार को बीडीसी की वार्षिक बैठक संपन्न हुई। इसमें सड़क, पानी, बिजली, स्वच्छता के 88 प्रस्ताव आए। इस दौरान कुछ क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने गांव में कैमरे लगाने की भी मांग की। बैठक की अध्यक्षता कर रही ब्लॉक प्रमुख सरिता देवी ने वर्ष 2023-24 का लेखा जोखा रखते हुए बताया कि मनरेगा के अन्तर्गत ब्लॉक क्षेत्र में 2469 कार्य कराते हुए 16526 मानव दिवस रोजगार सृजन किया गया। इससे सीधे तौर पर 4941 कार्यों का लाभ भी बहुत सारे ग्रामीणों को मिला है। बताया कि कुल 10 करोड़ 37 लाख रुपये मनरेगा अंतर्गत रोजगार सृजन और परिसंपत्तियों के निर्माण हेतु किया गया, जिसमें 65.69 प्रतिशत कृषि और कृषि संबन्धित योजनाओं पर व्यय करते हुए एग्रीकल्चर प्रतिशत मैनेज किया गया। इसमें 65 प्रतिशत कृषि संबंधित योजनाओं पर व्यय करते हुए एग्रीकल्चर प्रतिशत मैनेज किया गया।
उन्होंने कहा कि यद्यपि हम लोग श्रम सामग्री अंश को करने में विफल रहे, लेकिन इस बार उम्मीद है कि हम एग्रीकल्चर प्रतिशत और लेबर रेशियो में सुधार कर संतुलन बना लेंगे। उन्होंने बताया कि क्षेत्र पंचायत के 2023-2024 में राज्य वित्त/15 वां वित्त आयोग से 86.66 लाख रुपये से 44 विकास कार्य पूरे विकास खण्ड में कराए, यद्यपि यह राशि काफी कम है, फिर भी उपलब्धता से अधिकारिक क्षेत्रों में कार्य कन्वर्जेन्स करके भी प्रयास किया गया है।
वहीं बैठक में महेशपुरा के बीडीसी सुरेश सैनी ने गांव में गुजर रहे ढीले तारों को कसने और बिजली पोल को सही कराने को कहा। इसपर प्रमुख ने तत्काल विभाग को इस समस्या को दूर करने के लिए कहा। वहीं रतनपुरा के बीडीसी प्रदीप कुमार आदि ने भी अपने अपने क्षेत्र की समस्याएं बताईं, जिनका निस्तारण किया गया। बैठक का संचालन बीडीओ कुंदन बिष्ट ने किया। बैठक में डॉली सागर, प्रदीप सागर, सुरेश सैनी, कमल सक्सेना, महेश राठौर, सरताज मंसूरी, राखी, सुरेश कुमार, जगबीर सिंह, वसीम अहमद, नाजिम, रूपिंदर, पवन शर्मा आदि अनेको बीडीसी और प्रधान मौजूद रहे।