सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती प्रसव वेदना से जूझ रही एक गर्भवती को प्रशासन हेली उपलब्ध नहीं करा पाया। 24 घंटे तक हेली के इंतजार में गर्भवती अस्पताल में ही तड़पती रही, लेकिन हेली केदारनाथ में होने से महिला को राहत नहीं मिली।
स्थिति बिगड़ने पर मजबूर सोमवार को परिजन डॉक्टर के मना करने के बावजूद भी गर्भवती को सड़क मार्ग से जिला मुख्यालय महिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां महिला का इलाज चल रहा है। समकोट निवासी पुष्पा बसेडा (33) को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन चार अगस्त की सुबह सीएचसी लेकर पहुंचे।
महिला की स्थिति को देखते हुए तैनात चिकित्सक ने परिजनों से महिला को हायर सेंटर ले जाने को कहा और रेफर कर दिया। डॉक्टर ने यह भी सुझाव दिया कि गर्भवती महिला को सड़क मार्ग से ले जाना उचित नहीं है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बताया कि चिकित्सकीय सलाह के बाद गर्भवती महिला के पिता हरकोट के पूर्व ग्राम प्रधान खुशाल सिंह जेष्ठा ने जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन तक अपनी गुहार लगाई। मर्तोलिया ने भी प्रशासन के समक्ष इस मामले को रखा, लेकिन उन्हें बताया गया कि हेली केदारनाथ गया है। मर्तोलिया ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आपदा क्षेत्र के लिए आए हेलीकॉप्टर को जनपद में ही रखा जाना चाहिए।
परिजनों की ओर से हेलीकॉप्टर की मांग की गई थी। शासन की ओर से हेलीकॉप्टर केदारनाथ आपदा में राहत बचाव के लिए अटेच किया गया है।
भूपेंद्र महर, जिला आपदा प्रबंधन अधकारी पिथौरागढ़।