झारखंड के बोकारो के बालीडीह थाना क्षेत्र में दुकान बंद कर घर लौट रही 22 वर्षीय आदिवासी महिला को अगवा कर तीन दिनों तक सामूहिक दुष्कर्म किया गया। दरिंदों के चंगुल से मुक्त हुई महिला को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां स्थिति नाजुक बनी है।
आंख पर पट्टी बांधकर महिला को ले गए अनजान जगह
महिला इंडस्ट्रियल एरिया में दुकान चलाती है। 15 अगस्त शाम दुकानदारी खत्म करने के बाद दुकान बंद कर वह पैदल अपने घर लौट रही थी। इस क्रम में कार सवार चार नकाबपोश अपराधियों ने अपहरण कर लिया। आंख पर पट्टी बांधकर महिला को एक बंद कमरे में ले गए, जहां दरिंदगी की गई। यहां तीन दिनों तक महिला के साथ दुष्कर्म करते रहे। महिला के पति ने खोजबीन के बाद 17 अगस्त को पत्नी की गुमशुदगी की लिखित शिकायत की। थानेदार नवीन कुमार सिंह ने टीम गठित कर महिला की तलाश शुरू की। आरोपियों ने महिला को 17 अगस्त की रात मुक्त कर दिया।
हिरासत में चार संदिग्ध
पीड़िता से मिली जानकारी व हुलिया के आधार पर पुलिस चार संदिग्ध युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। चारों इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर हैं, जो महिला की दुकान पर अक्सर शराब (देसी) का सेवन करने जाया करते थे। हिरासत में लिए गए एक संदिग्ध का पीड़ित महिला के पारिवारिक सदस्य से पुराना रंजिश भी था।
खरोंच से मिले खून के नमूनों की जांच
बालीडीह पुलिस ने जांच के लिए फोरेंसिक टीम की मदद ली है। महिला के कपडे व शरीर के ऊपर खरोंच से मिले खून के नमूनों को संग्रहित किया गया है। इसके अलावा मेडिकल जांच की अनुशंसा की गई है। इंस्पेक्टर ने कहा कि घटना में मिले प्रदर्श, स्पष्ट चार्जशीट फॉरेंसिक व मेडिकल रिपोर्ट के साथ मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा। ताकि दोषी को कठोर सजा दिला सकें।