20 गांव की 5838 एकड़ भूमि का मालिकाना हक लेने के लिए 14 माह से बाजपुर के लोग आंदोलन कर रहे है, लेकिन सरकार द्वारा आंदोलन कर रहे लोगों को अभी तक भूमि का मालिकाना हक नही दिया गया है। इसी के चलते आंदोलन स्थल पर बैठक आयोजित की गई। जिसमे आंदोलनकारियों ने 10 नवंबर को जन आक्रोश पंचायत करने का निर्णय लिया।
बता दे कि बाजपुर के 20 गांव की 5838 एकड़ भूमि के मालिकाना हक पर निवर्तमान जिलाधिकारी ने रोक लगा दी थी। जिसके विरोध में तहसील परिसर में भूमि बचाओ आंदोलन किया जा रहा है। आंदोलन के 14 माह पूरे होने पर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में आंदोलनकारियों ने 10 नवंबर से पूर्व लोगों को उनकी भूमि का मालिकाना हक वापस देने की सरकार से मांग की और मांग पूरी नहीं होने पर 10 नवंबर को जन आक्रोश पंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया।
इस दौरान किसान नेता जगतार सिंह बाजवा, भारतीय किसान यूनियन के कुमाऊं मंडल अध्यक्ष विक्की रंधावा और भूमि बचाओ आंदोलन के आयोजक रजनीत सिंह ने कहा कि काफी लंबे समय से लोग शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। यदि सरकार ने लोगों को उनकी जमीनों का मालिकाना हक नहीं दिया तो लोग सरकार के खिलाफ बिगुल फूंकने का काम करेंगे।