अल्मोड़ा जिले के मरचूला में हुए बस हादसे के बाद बाजपुर के सामाजिक लोगों ने काशीपुर-बाजपुर-हल्द्वानी व काशीपुर-दोराहा-रुद्रपुर मार्ग पर चलने वाली प्राइवेट बसों की जांच कराए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार अक्षय कुमार भट्ट को सौंपा। इस दौरान लोगों ने निजी बस के संचालकों पर ओवरलोड सवारी बैठाने का आरोप लगाया है। साथ ही लोगों ने ऐसे लोगों पर कार्यवाही की मांग की है और कार्यवाही नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
बता दें कि अल्मोड़ा के मरचूला में हुए बस हादसे में करीब 36 लोगों की मौत हो चुकी है। अल्मोड़ा जिले में हुए बस हादसे से देश भर में शोक की लहर बनी हुई है। वहीं इसी के चलते बाजपुर तहसील में क्षेत्र के समाजसेवी लोग एकत्र हुए। जहां लोगों ने काशीपुर-बाजपुर-हल्द्वानी व काशीपुर-दोराहा-रुद्रपुर मार्ग पर चलने वाली प्राइवेट बसों की जांच कराए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार अक्षय कुमार भट्ट को सौंपा।
इस दौरान लोगों ने कहा कि प्राइवेट बसों की हालत बेहद जर्जर है और कई बसें कैंटर को काटकर बनाई गई है। साथ ही लोगों ने यह भी कहा कि बस संचालकों के द्वारा बसों में ओवरलोड सवारी बैठा कर काफी तेज गति से चलाया जाता है। जिससे बड़ी दुर्घटना होने की संभावना है।
इस दौरान समाजसेवी अनिल वाल्मीकि ने कहा कि प्राइवेट बसों की जांच न होने के कारण बस संचालक अपनी मनमानी करते हैं और मानकों के विरुद्ध कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी बाजपुर में एक बड़ा हादसा हो चुका है, जिसमें कई लोगों की मृत्यु हुई थी। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री से कार्यवाही की मांग की है।
वही समाजसेवी महिपाल सिंह यादव ने कहा कि प्राइवेट बसों के संचालकों द्वारा अधिकारियों से मिली भगत कर बसों की फिटनेस को कागजों में पूरा कर लिया जाता है। जिससे इस तरह के हादसे होते हैं। इस दौरान उन्होंने बसों की सही तरीके से जांच कराए जाने की मांग की है।
इस मौके पर जैदी खान, जितेंद्र यादव, सुनील कुमार, तनवीर खान, सतीश, वीरा, दीपक वाल्मिकी, अंकित वाल्मिकी, योगेश भटनागर, संजय रुहेला, फुरकान सहित अन्य मौजूद रहे।