प्रशासन द्वारा बेमौसमी धान की पौध को जेसीबी और ट्रैक्टर की मदद से नष्ट किए जाने के बाद से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इसी को लेकर स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार अक्षय कुमार भट्ट को सौंपा और पीड़ित किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
बता दें कि बीते दिनों बाजपुर में स्थानीय प्रशासन द्वारा ग्राम महोली चैन और ग्राम सरकड़ा में बेमौसमी धान की पौध को ट्रैक्टर और जेसीबी की मदद से नष्ट किया गया था। इसी को लेकर उत्तराखंड वाल्मीकि दलित समाज सुधार संगठन के अध्यक्ष अनिल वाल्मीकि के नेतृत्व में स्थानीय लोग तहसील कार्यालय पर एकत्र हुए। जहां लोगों ने प्रशासन की तानाशाही के विरोध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार अक्षय कुमार भट्ट को सौंपा।
इस दौरान अनिल वाल्मीकि ने कहा कि एक तरफ स्थानीय प्रशासन ने धान की पौध को नष्ट कर दिया तो वहीं उसके बाद मुख्यमंत्री ने बेमौसमी धान लगाने की अनुमति दी है। ऐसे में जिन किसानों की धान की पौध को नष्ट किया गया है उन्हें मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाजपुर क्षेत्र में बड़े-बड़े उद्योग चल रहे हैं। जिसमें पानी को बर्बाद किया जा रहा है। ऐसे में यदि प्रशासन को जल संरक्षण करना है, तो कोई कार्य योजना बनाकर इन उद्योगों पर कार्य किया जाए। इस दौरान उन्होंने जल्द ही मांग पूरी नहीं होने पर किसानों के साथ आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
इस मौके पर अखिल भारतीय यादव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रेम सिंह यादव, हरपाल सिंह यादव, आकाश यादव, दीपक खुल्लर, उदयवीर यादव, संजीव श्रीवास्तव, आकाश यादव, मन्नी कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।