प्रोफेसर रजनीश की करतूत के बाद हाथरस के बागला महाविद्यालय का माहौल बदला-बदला सा है। एक समय वो था जब बागला महाविद्यालय में प्रवेश लेने के लिए मारामारी रहती थी। बीएससी और बीकाम संकाय में प्रवेश लेने के लिए जनप्रतिनिधियों तक की सिफारिश लगानी पड़ती थी। महाविद्यालय में कक्षाओं के संचालन होने पर काफी संख्या में छात्र छात्राएं महाविद्यालय में आकर शिक्षा ग्रहण करते थे। लेकिन जब से प्रोफेसर की करतूत सामने आई है तब से महाविद्यालय में छात्रों की उपस्थिति काफी कम हो रही है। तमाम विद्यार्थी सहमे हुए हैं। अभिभावक बेटियों को कॉलेज भेजने में डर रहे हैं। शिक्षक भी कॉलेज का नाम बताने से कतरा रहे हैं। उपस्थिति कम होने के कारण कक्षाओं में पढ़ाई भी बेहतर ढंग से नहीं हो पा रही।
पिछले दिनों भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ. रजनीश कुमार का छात्राओं के साथ अश्लीलता का वीडियो वायरल हो जाने के बाद महाविद्यालय की रौनक खत्म हो गई है। पिछले दो दिनों से पुलिस का पहरा हर समय महाविद्यालय परिसर में रहता है। वहीं सोशल मीडिया पर अश्लीलता के वीडियो वायरल हो जाने के बाद अब तमाम अभिभावक अपनी बेटियों को कॉलेज नहीं भेज रहे। आरोपी प्रोफेसर की करतूत के प्रकरण से तमाम छात्र छात्राएं सहमे हुए हैं। मंगलवार को महाविद्यालय में पड़ताल के दौरान उजागर हुआ कि पहले की अपेक्षा अब जिस दिन से प्रकरण उजागर हुआ है। तबसे लगातार छात्र संख्या में गिरावट आ रही है। कम उपस्थिति के बाबत जब प्राचार्य महावीर सिंह छोंकर से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि आलू की खुदाई होने के कारण कुछ उपस्थिति छात्रों की कम हुई है।
कॉलेज का नाम बताने से कतरा रहे शिक्षक
प्रोफेसर की करतूत से जनपद ही नहीं आसपास जिलों के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। सूत्रों की मानें तो तमाम शिक्षक व शिक्षिकाएं ऐसे हैं, जोकि डरे सहमे हुए हैं। महाविद्यालय समय के दौरान यह डर सताता है कि कहीं कोई अप्रिय घटना न हो जाए। वहीं दूसरे जनपदों से आने वाले शिक्षकों को महाविद्यालय आते और वापस लौटते समय बस में डर लगा रहता है कि कहीं लोगों का आक्रोश उनके ऊपर न निकल जाए।
एक नहीं बहुत सी लड़कियों के हैं फोटो
प्रोफेसर ने किसी एक नहीं बल्कि न जाने कितनी छात्राओं को अपना शिकार बनाया है। वायरल हो रहे फोटोओं में कई अलग अलग लड़कियां नजर आ रही है। जोकि प्रोफेसर के साथ नजर आ रही है। यह सारे काम प्रोफेसर कालेज के अंदर ही अपने आफिस में करता था। इसकी जानकारी कालेज प्रबंधन को दो साल पहले ही हो चुकी थी, लेकिन इस दोषी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं, जनपद में कई राजनैतिक दलों के छात्र संगठन सक्रिय हैं, लेकिन बागला महाविद्यालय में छात्राओं के यौन शोषण के मामले में सभी ने चुप्पी साध रखी है।