उत्तराखंड के देहरादून जिले के सहसपुर के धर्मावाला में सात माह की मासूम की पानी की टंकी में डूबने से मौत का मामला सामने आया है। मामले में बच्ची के पिता ने अपनी पत्नी पर आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी।
पुलिस ने गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज करते हुए आरोपी सबिया को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को आरोपी महिला को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
सहसपुर पुलिस के अनुसार, मुंतजिर ने तहरीर में बताया कि वह धर्मावाला में अपने माता-पिता, भाई, पत्नी व दो बच्चों के साथ रहता है। मंगलवार सुबह उसकी नींद खुली तो सात माह की बेटी बरीरा नजर नहीं आई।
उसे ढूंढते हुए परिजन छत पर गए, जहां बच्ची पानी की टंकी में डूबी मिली। उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने बबीरा को मृत बताया। मुंतजिर ने बताया कि बबीरा बीमार थी, जिससे सबिया परेशान थी।
डॉक्टरों को दिखाया पर बच्ची ठीक नहीं हुई। सबिया झाड़-फूंक का भी सहारा ले रही थी। उसका आरोप है, सुबह सबिया बेटी को टंकी के पास ले गई थी। इसी दौरान बेटी टंकी में गिर गई। इससे सबिया घबरा गई और उसने किसी को इसकी जानकारी नहीं दी।
सहसपुर थाना प्रभारी निरीक्षक शंकर सिंह ने बताया कि सबिया के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है।
अंधविश्वास के अंधेरे में गई मासूम की जिंदगी
मुंतजिर की सात माह की बेटी काफी समय से बीमार थी। वह दिनभर रोती रहती थी, जिससे उसका शरीर नीला पड़ जाता था। इसको लेकर उसकी मां सबिया काफी परेशान थी। कई डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन जब कोई फायदा नहीं हुआ तो सबिया ने झाड़-फूंक का सहारा लिया। इसी के चलते वह बेटी की जान गवां बैठी।
चिकित्सा क्षेत्र ने आज काफी तरक्की कर ली है। लगभग सभी बीमारियों का आज इलाज संभव है, लेकिन आज भी शिक्षा के अभाव में कुछ लोग अंधविश्वास में पड़ते हैं, जिसका उन्हें खामियाजा भी भुगतना पड़ता है। धर्मावाला में मुंतजिर अपने परिवार के साथ रहता है। मुंतजिर के अनुसार, झाड़-फूंक करने वाले तांत्रिक ने सबिया को एक ताबीज दिया था और छत में पानी की टंकी के सामने झाड़फूंक करने को कहा था।
बताया सबिया झाड-फूंक के लिए ही मंगलवार सुबह बच्ची को लेकर छत पर पानी की टंकी के पास ले गई थी। इसी दौरान उसके हाथ से छूटकर बच्ची पानी की टंकी में गिर गई। इससे सबिया घबरा गई और छत से नीचे आकर काम करने लगी।