उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरा देश एकजुट खड़ा रहा। विपक्ष, कांग्रेस भी साथ खड़ी रही। कहा कि इस आतंकी हमले को रोकने में खुफिया तंत्र विफल साबित हुआ है। कहा कि वहां रोज 7 से 8 हजार लोग जा रहे थे कोई पुलिस चौकी तक नहीं थी। कोई सुरक्षा के प्रबंध नहीं थे। इसका जवाब एलजी को देना चाहिए।
पहलगाम आतंकी हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पूर्व सीएम रावत इसकी खिलाफत की। कहा कि घटना के बाद हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई समेत पूरा देश एकजुट रहा। विपक्ष कांग्रेस भी साथ खड़ी रही। कहा कि पुलवामा और अब पहलगाम हमले के पीछे खुफिया तंत्र की विफलता बड़ा कारण रही है।
इसे दूर किया जाए। कहा कि वहां कोई पुलिस नहीं सुरक्षा कर्मी नहीं था। इस बात की आतंकियों को जानकारी थी इसलिए उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद जब आतंकियों का पहचान कर ली गई थी तब उनके स्कैच जारी किए गए। कहा कि वे जगह-जगह न्याय यात्रा निकाल रहे हैं मंदिर में न्याय याचना कर रहे हैं।
जनता के बीच भाजपा का झूठ पहुंचा रहे हैं। 2027 के चुनाव तक कार्यकर्ता भाजपा के हर झूठ को जनता के बीच पहुंचाएंगे यहीं कांग्रेस की जीत का हथियार बनेगा। यहां पूर्व विस अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व मंत्री महेन्द्र सिंह महरा, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, युकां के प्रदेश अध्यक्ष आनंद रावत, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अंजू लुंठी, पूर्व दर्जा मंत्री महेन्द्र सिंह लुंठी, रमेश कापड़ी आदि रहे।

बाऊ जी इस पर तो राजनीति नही चाहिए कांग्रेस के पतन का कारण ऐसे हि सवाल है